प्राणायाम से होगा पाचन तंत्र चुस्त और श्वसन तंत्र दुरुस्त

हम सभी एक स्वस्थ जीवन चाहते है। लेकिन सिर्फ चाहने से कुछ नहीं होता इसके लिए हमें कोशिश भी करनी होती है। फिट रहने के लिए जैसे हेल्थी फ़ूड जरूरी है वैसे ही योग, प्राणायाम भी जरूरी है। हमारा स्वास्थ्य हमारे पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र पर निर्भर करता है। पाचन को मजबूत बनाने के लिए डाइट और लाइफ स्टाइल बहुत मायने रखती है। सही डाइट से जहां हमारा भोजन आसानी से पचता है वहीं यदि हम योग, प्राणायाम करते है तो हमारा मेटाबॉलिज्म अच्छे से काम करता है और हमारा पाचन तंत्र मजबूत बनता है। आइए जानते है पाचन तंत्र की मजबूती के लिए कौन कौन से योग है…..

भुजंगासन

इस आसन की मदद से हमारे पेट की मांसपेशियां अच्छे तरह से काम करती है। इसके अलावा ये फूड पाइप, पेट, और आंतों के बीच खाना पचाने के कार्य को तेजी से करता है जिससे हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम अच्छे से वर्क करता है।

त्रिकोणासन

इस आसन की मदद से हमारा मेटाबॉलिज्म बढ़ता है जिससे खाना आराम से पचता है। इस आसन की मदद से पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम बढ़ते है जिससे पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। इसके अलावा इस योग को करने में जो इन हेल आउट हेल प्रोसेस होता है उससे कोलन पेट में फंसे टॉक्सिन को क्लीन करता है।

सेतुबंधासन

जब हम ये आसन करते है तब हमारा पूरा शरीर मुड़ जाता है जिससे पाचन तंत्र पर जोर पड़ता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है। इस आसन को करने से आंतें भी ठीक तरह से काम करने लगती है साथ ही यदि आपको कब्ज की समस्या है तो वो भी दूर हो जाती है।

पर्वतासन

ये आसन भी हमारी पाचन शक्ति बढ़ाने में बहुत सहयोग करता है। इससे हमारे पेट की मांसपेशियां मजबूत होती है। इस आसन को करने से यदि आपको भूख न लगने की समस्या है तो वो भी दूर हो जाती है। भूख अच्छे से लगती है और ये आसन आपके मेटाबॉलिज्म को भी मजबूत करता है।

शवासन

कहते है कि यदि आप स्ट्रेस में है तो सबसे ज्यादा असर आपके पेट पर यानि कि आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। शवासन से हमारा माइंड रिलेक्स रहता है। जिससे हम स्ट्रेस फ्री रहते है। और पाचन तंत्र पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता।

प्राणायाम जो श्वसन तंत्र को करेंगे मजबूत

आजकल श्वास के रोग बढ़ रहे है। यदि हम नियमित रूप से प्राणायाम करते है तो हम अपने श्वसन तंत्र को मजबूत बना सकते है, क्योंकि प्राणायाम में सांस को कब लेना है और कब छोड़ना है इसके बारे में ज्ञान होता है। तो आइए जानते है वो कौन से प्राणायाम है..

भस्त्रिका प्राणायाम

इस प्राणायाम की मदद से हमारे फेफड़े अच्छे तरह से कार्य करते है क्योंकि धमनियों में अच्छी तरह से रक्त का प्रवाह होता है किसी तरह का कोई ब्लॉकेज नहीं होता। रक्त संचार भी शरीर में अच्छे से होता है।

उदगीत प्राणायाम

इस प्राणायाम में ॐ का उच्चारण किया जाता है। इससे जो तरंगे शरीर में पैदा होती है उससे हाई बीपी और हाइपर टेंशन के मरीजों को बहुत फायदा पहुंचता है। इस प्राणायाम के द्वारा फेफड़ों में शुद्ध ऑक्सीजन जाती है जो रक्त बनकर पूरे शरीर में फैलती है।

अनुलोम विलोम

ये प्राणायाम भी फेफड़ों को मजबूत बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। इससे शरीर स्वस्थ बनता है और चेहरे में भी एक तेज आता है।

कपालभाति प्राणायाम

ये प्राणायाम शरीर में ऊर्जा भर देता है और फेफड़ों से जहरीले तत्वों को बाहर करता है। जिससे हमारा श्वसन तंत्र मजबूत बनता है।

यदि आप भी अपना पाचन तंत्र और श्वसन तंत्र मजबूत बनाना चाहते है तो आज से ही शुरू कर ये प्राणायाम।

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