अगर रहना चाहते है स्ट्रेस फ्री, तो गार्डेनिंग को बना लें अपनी आदत

बागवानी यानि गार्डेनिंग एक ऐसा शौक है जो आपको देता है एक अनोखी खुशी। जी हां ये शौक नहीं बल्कि खुद को रिलेक्स करने का एक जरिया है। जब आप खुद को बागवानी में बिजी कर लेते है तो आपको मिलती है एक पॉजिटिव एनर्जी। जब बीज से बनता है पौधा और आती है छोटी छोटी पत्तियां तो ऐसा लगता है जैसे कोई बच्चा धीरे धीरे बड़ा हो रहा है। पेड़ पौधों से एक लगाव सा हो जाता है। आपको अपने छोटे से गार्डन में ही सुकून मिलने लगता है।

ये शौक कोई आम शौक नहीं। इस शौक के है ढेरों फायदे। यकीन नहीं आता तो पढ़िए ये आर्टिकल…

  • Stress को दूर भगाए

जी हां गार्डेनिंग से आप खुद को रिलेक्स रख सकते है और स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोंस को कंट्रोल कर सकते है। गार्डेनिंग करने से आप फुल ऑफ एनर्जेटिक माइंड रहते है जिससे आपकी कार्यक्षमता भी बढ़ती है। हम जब बागवानी के दौरान मिट्टी को हाथ में लेते है तो कई शोध में पाया गया है कि इससे स्ट्रेस लेवल कम होता है। बागवानी से आपका इम्यूनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है। 

  • Exercise भी होती है

Gardening आपकी फुल एक्सरसाइज भी हो जाती है। क्योंकि इसमें आप कई बार उठते है, बैठते है, झुकते है तो कार्डियो एक्सरसाइज में जितना फायदा मिलता है उतना आपको गार्डेनिंग करने में मिलता है। कार्डियो का फायदा चाहे तुरंत न दिखे पर गार्डेनिंग का फायदा आप रोज देख कर खुश होते है। ब्लड सर्कुलेशन भी सही तरीके से होता है जिससे हमारे शरीर के प्रत्येक अंग तक अच्छे से ब्लड पहुंचता है और शरीर का हर अंग सुचारू रूप से काम करता है। इससे आपका ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल्ड रहता है।

  • खुश रहने लगते है

शायद आपको ये बात जान कर हैरानी हो कि धूल मिट्टी में एंटी डिप्रेसेंट तत्व पाए जाते है जिसे मायको बैक्टीरियम वैके कहते है जो खुशी बढ़ाने के काम आते है। जैसे हम अपने बच्चे को बढ़ते, उसे ग्रो होते देखते है तो हमें खुशी मिलती है न ठीक वैसे ही जब आप अपने लगाए पौधों को बढ़ता देखेंगे, फलता फूलता देखेंगे तब आपको जो अंदर से आनंद मिलेगा उसकी तुलना दुनिया के किसी सुख से नहीं की जा सकती।

  • Healthy रहते है

जब आप गार्डेनिंग करते है तो शुरू में हम फूल उगाते है पर धीरे धीरे हम बना लेते है अपना छोटा सा किचन गार्डन। और किचन गार्डन में लगी सब्जियां जब हम खाते है तो प्योर चीज बिना किसी केमिकल के हमे खाने को मिलती है तो जाहिर सी बात है कि हम हेल्थी और फिट तो रहेंगे ही। फिर जब एक पौधे में फल सब्जी आती है तो हम दूसरा लगाने की सोचते है। ऐसे ही हम कई सारे पौधे अपने गार्डन में लगा लेते है। जिससे हरियाली हो जाती है घर में और मन एवम तन दोनों स्वस्थ रहते है। साथ ही हम इंडोर प्लांट लगा कर घर को सजा भी सकते है और इससे हमें ऑक्सीजन भी मिलती रहेगी।

  • यादाश्त होती है मजबूत

जी हां अक्सर जब हम बुढ़ापे की ओर बढ़ने लगते है तब हमारी याददाश्त कमजोर होने लगती है। पर जिन लोगों को गार्डेनिंग का शौक होता है उनका माइंड हमेशा एक्टिव रहता है इस वजह से उनमें भूलने की बीमारी कम पाई जाती है। क्योंकि जितना ज्यादा हमारा माइंड एक्टिव रहेगा उतना ही उसकी काम करने की क्षमता बढ़ जाएगी।

  • कैलोरी होती है बर्न

हम इस कैलोरी को बर्न करने के लिए न जाने कितनी एक्सरसाइज करते है लेकिन क्या आपको ये अहसास भी है रोज सिर्फ एक घंटे की बागवानी से आप दिन भर की एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न कर सकते है। इससे आप फिट भी रहते है और आपकी मांसपेशियां भी स्ट्रॉन्ग रहती है।

  • गुस्से और चिड़चिड़ेपन को करे दूर

कहते है कि जब आपको बहुत गुस्सा आए तो आप अपना ध्यान कहीं और लगाना शुरू कर दें। ऐसे में मिट्टी को खोदना उसमें बीज डालना आपके गुस्से को कम करेंगे। आपको जब ज्यादा गुस्सा आएगा तब आप और जोर लगाकर मिट्टी खोदिए या फिर सूखी पत्ती या टहनी को हटाना शुरू कर दें। आपका गुस्सा या चिड़चिड़ापन कब खत्म हो जाएगा आपको पता भी नहीं चलेगा। और गुस्से की वजह से आप एक अच्छा काम भी कर लेंगे।

  • जीवन में आता है धैर्य

बागवानी हमारे अंदर धैर्य लेकर आती है। एक पौधा कैसे धीरे धीरे बढ़ता है फिर पत्ती, फूल, फल उसमें आते है और कैसे एक पौधा पेड़ बनता है। इन सब में बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। जैसे जैसे हम पौधे को देखते है हमारे अंदर स्थिरता, धैर्य आता है।

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